इस दुनिया में अगर कोई भी जिव आता तो भगवान की कृपा से ही आता है भगवान ने हर जिव को बहुत सोच-समझकर बनाया है। लेकिन कुछ लोगों को भगवान से शिकायत भी रहती है। खैर आज हम एक ऐसी जगह की बात कर रहे है जहाँ पर कौए की पूजा की जाती है कौए की पूजा आमतौर पर श्राध के समय में ही होती है लेकिन क्या आप जानते है कौए की पूजा के भारत में एक जगह और भी होती है।
इस जगह के बारें में जानने के बाद आपको हैरानी जरुर होगी आपको काफी हैरानी होगी की पत्नी पीड़ित लोग यहाँ पर कौए की पूजा करते है आइये जानते है इस जगह के बारें में और इसके पीछे के कारण के बारें में भी –
महाराष्ट्र में इस जगह होती है कौए की पूजा
महाराष्ट्र के औरंगाबाद से 12 किलोमीटर आगे शिरडी-मुंबई हाइवे के नजदीक एक आश्रम बना हुआ है यह पत्नी पीड़ित आश्रम है यह उन लोगों के लिए बना हुआ है जो अपनी पत्नी से दुखी है ऐसे लोगों को पत्नी पीड़ित कहा जाता है और वह यहाँ आकर आश्रय लेते है।
यहाँ पर तीन लोगों ने इस आश्रम की शुरुआत करी थी और पूजा के लिए जब ईश्वर का चुनाब्व करना शुरू किया तो सभी ने कौए की पूजा करने की बात करी। आखिर कौए को क्यों पूजा जा रहा है इस बात में आपको काफी हैरानी होगी।
कौए की पूजा ही क्यों
अब सवाल आता है की पूजा के लिए कौए की पूजा ही क्यों चुनी तो इन लोगों का कहना है की कौआ भी व्यक्ति की तरह पूरी जिंदगी अपनी पत्नी का गुलाम बनकर रहता है मादा तो सिर्फ अंडे देती है उसका पालन पौषण कौआ ही करता है।
इसी तरह वह अपनी पत्नी के कहे अनुसार ही चलता है और पूरी जिंदगी उसकी इस तरह बीत जाती है इसलिए यहाँ पर कौए की पूजा करी जाती है। इस आश्रम में आने वालों के लिए नियम भी बने हुए है।
आश्रम में नियम के अनुसार लोग आते है
इस आश्रम में तीन केटेगरी बनाई गई है जिनमे A में वो लोग आते है जो पत्नी का विरोध करते है और उससे डरते नहीं है लेकिन अब वह पत्नी से अलग हो चुके है और कम से कम पत्नी द्वारा उनपर 20 केस किये गये है। B में वो आते है जिन्हें अपनी पत्नी से डर लगता है और वह समाज से भी डरते है और विरोध करने में सफल नहीं हुए। C में उन लोगों को शामिल किया गया है जिन्हें अपने ससुराल वालों से भी डर लगता है।
ऐसे लोगों को इस आश्रम में रखा जाता है और उनकी इच्छा अनुसार यहाँ पर काम भी दिया जाता है यहाँ वह रह सकते है लेकिन काम उन्हें यहाँ भी करना पड़ता है उन्हें उनकी पढाई और उनकी एक्सपीरिएंस के अनुसार काम मिलता है। पहले इस आश्रम में बहुत कम लोग थे लेकिन अब अन्य राज्यों से लोग यहाँ आते है और रहते है यहाँ पर हफ्ते में दो दिन काउंसलिंग करी जाती है और जिनके दिल में दूसरी शादी का विचार आता है उन्हें यहाँ से निकाल दिया जाता है। काफी हैरान करने वाला है लेकिन यह सत्य है यहाँ पर कौए की पूजा करी जाती है और पत्नी की बुराई कुछ भी समझ लो लेकिन यह सत्य है।