एक साल पहले बलराम की शादी हुई यह बिहार के नवादा जिला के नारदीगंज के पनछेका गाँव में हुई, शादी के शुरूआती दिन काफी अच्छे रहे एक बच्चे का जन्म भी हुआ बच्चा अभी दूध ही पी रहा था की महिला ने पीहर जाने की बात कही।
वह ससुराल से पीहर तो आई लेकिन उसके बाद ससुराल नहीं गई, बलराम अनेकों बार उसे ससुराल लेजाने के लिए आता लेकिन महिला किसी ना किसी बहाने से उसे मना कर देती लेकिन जब पत्नी नहीं मानी तो उसने उसके पिता से भी बात करी।
पिता ने कहा बेटी से पूछो
बलराम के अनुसार जब उसकी पत्नी ससुराल के लिए राजी नहीं हुई तो उसने उसके पिता से बात करी तो पिता ने यह कहकर बात टाल दी की बेटी से पूछ लो। बलराम ने किसी तरह फिर से पत्नी से बात करी तो पत्नी ने कहा की छठ के बाद चलेंगे।
रात को यह बात हुई और जब सुबह घर वाले बेटी को जगाने गए तो बेटी की लाश मिली यहाँ तक की दूध मुहे बच्चे में भी अब जान बाकी नहीं थी। दोनों का गला घोंट दिया गया था। बलराम का अता-पता भी नहीं था।
बलराम पैदल ही फरार हो गया था
जब बेटी और नाती को इस हालत में देखा तो गाँव में बात बहुत तेजी से फैली और गाँव के लोग बलराम को खोजने में लगे। बलराम पैदल ही फरार हुआ तो पास ही के गाँव में वह पकड़ा गया। गाँव वालों ने पुलिस को जानकारी दी और पुलिस ने बलराम को गिरफ्तार कर लिया।
बलराम के अनुसार वह काफी परेशान था और उसकी पत्नी मायका छोड़ने को तैयार ही नहीं थी छठ की घर पर भी पूजा थी और वह कह रही थी की अब वह पीहर से नहीं जाना चाहती उसने अपने माँ-बाप के सामने हामी भरी लेकिन वह मुझे मना कर रही थी।
गुस्से में लेली जान
बलराम ने कहा की रात को अचानक बहुत गुस्सा आया उसने अपने बेटे और अपनी पत्नी का गला दबा दिया यह उससे गलती में हो गया। आपको बता दूँ की बलराम राजमिस्त्री है और अच्छा ख़ासा पैसा कमा लेता था लेकिन उसकी पत्नी काफी महीनो से पीहर बेठी थी और वह घर जाने का नाम नहीं ले रही थी।
इसी से परेशान होकर राजमिस्त्री बलराम ने अपनी पत्नी और अपने दूधमुहे बच्चे को जान से मार दिया यह काफी हैरान करने वाला है लेकीन इंसान को अपने गुस्से पर काबू पाना चाहिए। ताकि कभी इस तरह की गलती ना हो। ऐसी ही अच्छी खबरों के लिए हमें फॉलो करें ताकि आपको अपने आस-पास की खबरें मिलती रहें।