कई बार ज़िंदगी कुछ लोगों के
साथ ऐसा कर देती है जिसके बाद उनकी लाइफ़ बिखर सी जाती है और तब मजबूरन कुछ ऐसे कदमउठाने पड़ते हैं जिसमें फिर सारी ज़िंदगी संकोच करना पड़े। ऐसी ही एक कहानी मध्य प्रदेश के रहने वाले चौधरी परिवार की है जिसकोऐसी ही एक स्तिथि का सामना करना पड़ा और फिर ऐसा हुआ जो होना नहीं चाइए था। तो आइए जानते हैं आख़िर क्या है वो बात औरइसको लाइक और शेयर करना ना भूलिए गा।
मध्य प्रदेश में शिवपुरी में महीनों बाद
चौधरी परिवार में खुशियां दोबारा लौट आईं। यहां पूरे खानदान की रजामंदी से सास–ससुर नेविधवा बहू की शादी देवर से करा दी इस शादी से जहां पति खो चुकी सपना को नया हमसफर मिला, वहीं उसकी 5 महीने की बच्चीको नए पिता मिले। दरअसल, राजस्थान की सपना की शादी शिवपुरी के सूरज से साल 2018 में हुई थी। कोरो– ना काल में सूरज कीमौत हो गई। उन दोनों की एक संतान बेटी के रूप में हुई। बेटे की मौत के बाद विधवा बहू और बच्ची को देखकर सास–ससुर बिलखउठते थे। इसलिए उन्होंने छोटे बेटे से बहू की शादी करा दी।
कोरोना ने 5 महीने की बेटी आरू के सिर से
पिता का साया छीन लिया था, लेकिन 8 महीने बाद पहले जन्मदिन के मौके पर आरु कोपिता का साथ मिल गया। दादा–दादी ने जिद की और आरु की मां सपना ने देवर से शादी कर ली। इस शादी से दादा–दादी भी खुश हैंकि बड़े बेटे की मौत के बाद उनकी बहू और पोती को न सिर्फ खुशियां मिल गई, बल्कि वो अब जिंदगी भर उनके साथ घर मे रहेंगी।सास–ससुर की इस पहल की सभी तारीफ कर रहे हैं।