ईश्वर ने हमें जीवन दिया है की हम कुछ अच्छा करें और अपने जीवन में आगे बढ़े लेकिन हम अपने जीवन से अनेकों बार परेशान हो जाते है हमें आगे बढने का मौका नहीं मिलता है। जीवनभर हमें परेशानी रहती है और हम सोचते है क्यों ना इस जिंदगी को तबाह कर लिया जाए लेकिन ऐसी सोच हमेशा गलत होती है हमें अँधेरे में ले जाती है। हरियाणा के झज्जर जिले के एक गाँव में माँ बेटे ने कुछ ऐसी ही घटना को अंजाम दिया है। आइये जानते है आखिर माँ-बेटे ने ऐसा कृत्य क्यों किया –
घर में रहता था कलह तो पाया छुटकारा
गाँव के घर में माँ और बेटे दोनों अकेले थे, घर में कुछ दिनों से कलह चल रही थी। महिला की उम्र 44 और बेटे की उम्र 24 वर्ष थी। दोनों कलह से परेशान होकर एक ही कमरे में लगे फंखे और रोशनदान पर फंदा लगाकर दुनिया को अलविदा कह गये।
महिला का छोटा बेटा और परिवार वाले घर आये तो उन्होंने देखा की अब उनकी माँ और भाई इस दुनिया में नहीं रहे है तो उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। पुलिस को पहली जांच में यही लग रहा है की दोनों घरेलू कलह से परेशान थे।
माँ गृहणी बेटा करता था खेती
माँ घरेलू काम करती थी और बेटा जो की सबसे बड़ा था वह खेती करता था उन्होंने यह कदम क्यों उठाया इसका कोई अंदाजा नहीं है। चूँकि घर में कलह तो था लेकिन ऐसा नहीं की कोई अपनी जान ले ले।
माँ और बेटे को इस हालत में देखकर गाँव और उनका समाज पूरी तरह से हैरान है। महिला के भाई ने बताया की काफी समय से वह घरेलू परेशानियों से परेशान थी लेकिन वह ऐसा कदम उठा लेगी यह हमने कभी सोचा नहीं था।
पुलिस कोशिश कर रही है सबूत जुटाने की
पुलिस के अनुसार अभी तक यह कहना संभव नहीं है की यह खुद ख़ुशी है क्योंकि अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है लेकिन जो भी हो यह बहुत गलत है अगर किसी के दिल में ऐसे ख्याल आते है तो उन्हें शेयर कर देने चाहिए।
आज दो जिंदगियां पलभर में खत्म हो गई है, हम सब अपने जीवन में खुश रहना चाहते है इसका मतलब यह तो नहीं की हमेशा ख़ुशी मिलेगी। लेकिन यह माँ-बेटे ने जो कदम उठाया वो बहुत गलत था घर की परेशानी इतनी बड़ी नहीं होती की कोई अपनी जान दे दे और अभी तक घरेलू कलह की वजह का पता नहीं चला है।
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