मित्रों जैसा की आप सभी अवगत ही होगें कि
बीते हुये साल में कई महान हस्तियों ने दुनिया को अलविदा कह दिया है। क्योंकि साल 2021 में बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार के निधन को अभी पूरा बॉलीवुड भूल भी नही पाया था कि साल 2022 में देश की मशहूर गायिका व स्वरों की मलिका लता मंगेशकर का निधन हो गया है। उनके निधन से बॉलीवुड इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। वहीं राजनीतिक दलों से लेकर बॉलीवुड से जुड़े दिग्गजों ने उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है। हालाकि उनके निधन के बाद लोगों में एक सवाल काफी उठ रहा है कि आखिर किसके नाम का सिंदूर मांग में भरती थी लता मंगेशकर? खबर विस्तार से जानने के लिये इस पोस्ट के अंत तक बने रहे।
आपको बता दें कि देश की शान और भारत रत्न लता मंगेशकर
ने 92 साल की उम्र में 6 फरवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली, जैसे ही इस महान शख्सियत के निधन की खबर आई वैसे ही सिर्फ ही देश नहीं बल्कि विदेशों में भी शोक की लहर दौड़ गई। लता मंगेशकर की सुरीली आवाज के चर्चे पूरी दुनिया में सुनने को मिलते थे, हालाँकि आज इस लेख में हम उनकी सिंगिंग नहीं बल्कि उनके जीवन से जुडी एक दिलचस्प जानकारी बताने वाले है। जैसा की आप सभी अवगत है कि लता दीदी ने अपने जीवन में शादी नहीं की लेकिन उनके मांग में अक्सर सिंदूर देखने को मिलता था जोकि भारत में सुहागन की पहचान माना जाता हैं, ये महान गायिका सिंदूर क्यों लगाती थी, इस पर उन्होंने कभी भी खुलकर बात नहीं की, हालाँकि बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री तबस्सुम ने लता दीदी के सिंदूर लगाने के पीछे की वजह का खुलासा किया हैं।
आपकी जानकारी के लिये बता दें कि
अभिनेत्री तबस्सुम ने नवभारत टाइम्स से बातचीत के दौरान लता मंगेशकर के मांग में सिंदूर भरने का कारण बताते हुए कहा, “ मैंने एक बार लता जी से पूछा था कि वह सिंदूर क्यों लगाती हैं? इसके जवाब में उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा था, कि ‘बेटा म्यूजिक ही मेरा सब कुछ हैं, म्यूजिक नहीं तो मैं भी नहीं, लोगों का कहना हैं कि मांग में सिंदूर पति परमेश्वर के लिए भरा जाता हैं पर म्यूजिक ही मेरा परमेश्वर हैं, मेरा सब कुछ हैं, इसलिए मैं म्यूजिक के नाम का सिंदूर मांग में भरती हूँ.’” लता मंगेशकर ने कभी भी अपनी लव लाइफ के बारे में खुलकर बात नहीं की लेकिन बताया ये जाता हैं की उन्हें बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष राज सिंह डूंगरपुर से प्यार हो गया था, दरअसल वह डूंगरपुर के महाराज थे, यही कारण उनकी शादी नहीं हुईं।
बताया जाता हैं कि राज ने अपने पिता से वादा किया था कि
वह कभी भी किसी साधारण घर की लडकी से शादी नहीं करेगें। दरअसल राज के पिता चाहते थे कि उनके घर की बहु एक शाही घर की बेटी हो, राज ने भी अपने पिता की बात स्वीकार कर ली, यही कारण हैं की राज और लता की कभी शादी नहीं हुई, एक दिलचस्प बात ये भी हैं की राज और लता दोनों ने ही कभी शादी नहीं की। इस जानकारी के संबंध में आप लोगों की क्या प्रतिक्रियायें है। मित्रो अधिक रोचक बाते व लेटेस्ट न्यूज के लिये आप हमारे पेज से जुड़े और अपने दोस्तो को भी इस पेज से जुड़ने के लिये भी प्रेरित करें।