आपने इस तस्वीर को तो जरुर देखा होगा अक्सर गाड़ियों में बसों में या ट्रक में यह तस्वीर आपको नजर आ ही जायेगी। कभी सवाल भी उठा होगा की आखिर यह है कौन ? कौनसे देवता है जिन्हें ड्राईवर लोग सबसे ज्यादा मानते है, आखिर यह तस्वीर वाला खुबसुरत इंसान है कौन ? आपके इन सभी सवालों का जवाब आज हम इस आर्टिकल में देने वाले हैं
आइये जानते है इस तस्वीर में दिखाई देने वाले ओम बन्ना के बारें में इनके बारें में जानने के बाद आप इनकी महानता को समझोगे और आप भी यकीनन इनकी पूजा करोगे अगर आप ड्राईवर हो तो आपको इनके बारें में जरुर पढना चाहिए –
ओम बन्ना राजस्थान
यह जो तस्वीर में दिख रहे है इन्हें ओम बन्ना के नाम से जाना जाता है यह राजपूत थे, और इनकी मौत 1988 में एक बाईक एक्सीडेंट में हो गई थी। इनका खुदका बुलेट बाईक था इस बाईक से वह अपने गाँव चोटिला (जोधपुर और पाली के बिच में पड़ने वाला एक गाँव) से अपने ससुराल बगड़ी सांडेराव जा रहे थे लेकिन रस्ते में उनका एक्सीडेंट हो जाता है।
इनका बुलेट एक पेड़ में टकरा जाता है यह जगह पहले से ही काफी दुर्घटना वाली रही थी और यहाँ होने वाले एक्सीडेंट में आज तक कोई जिंदा नहीं बचा था। ओम बन्ना की यहीं पर मौत हो जाती है और उनकी बाईक को यहाँ के पुलिस थाने में ले जाया जाता है।
रात को होता है चमत्कार
कहते है की जब इनकी बाईक को थाने में छोड़ा गया तो रात होते ही बाईक वापस एक्सीडेंट वाली जगह आ जाती है और ऐसा बार-बार होता है। गाँव के लोग इसे चमत्कार का नाम देते है और यहाँ पर एक्सीडेंट वाली जगह एक मंदिर बना देते है।
लोग इस जगह को बुलेट वाले बाबा के नाम से पहचानने लगते है लेकिन चमत्कार होना अभी बाकी था। कुछ लोगों को इस बात पर विश्वास नहीं हुआ तो उन्होंने बुलेट को उठाया और एक ऐसी जगह छोड़ आये जहाँ से आना मुश्किल था लेकिन रात होते ही बाईक वापस अपनी जगह आ जाता है।
राहिगरों की मदद करते है ओम बन्ना
ओम बन्ना का नाम उस वक्त चर्चा में आ गया जब एक रिपोर्टर यहाँ से गुजर रही थी और आधी रात को पाली और जोधपुर के बिच उनकी गाड़ी खराब हो गई। उसी वक्त एक बुलेट पर बैठा आदमी उनके पास आता है और वह उनकी मदद करता है। रात के अँधेरे में जब दूर-दूर तक कोई मदद वाला नहीं होता है उस वक्त किसी का मदद करना बहुत बड़ी बात थी।
गाड़ी ठीक होने के बाद महिला वहां से गुजरती है लेकिन बिच में एक जगह देखती है जहाँ एक बुलेट खड़ा है और लाल झंडी लगी हुई होती है रात ज्यादा होने पर महिला रूकती नहीं है। आगे जाकर वह चोटिला गाँव में जाकर रूकती है सुबह होती है तो वह उस इंसान की फोटो देखती है उस घर में जहाँ वो रूकती है।
वहां देखने के बाद पूछती है की यह कौन है तो वह कहते है ओम है उसने कहा की इन्होने रात को हमारी मदद करी थी अभी यह कहाँ है आपके क्या लगते है। महिला हंसती है और कहती है की यह ऐसे ही मदद करते है शायद आप इनके बारें में जानते नहीं तो महिला इनके बारें में विस्तार से बताती है।
रिपोर्टर फिर उस जगह जाती है वह बाईक वही थी जो रात को उनके पास रुकी और वह व्यक्ति वही थी उसके बाद रिपोर्टर ने ओम बन्ना को बुलेट वाले बाबा के नाम से प्रसिद्दी दिलाई और इतना ही नहीं भारत में आज हर एक ड्राईवर की गाडी में इनकी तस्वीर नजर आती है ऐसी ही अच्छी जानकारी के लिए हमें फॉलो करें और यह जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ शेयर करें।