जब भी हम सस्ती और सबसे अच्छी कार की बात करते है तो मारुती की गाड़ी का नाम पहले आता है और उसके बाद टाटा का नाम आता है। मारुती ने उस समय भारत में पैर पसारे थे जब यहाँ पर गाड़ियों की डिमांड बढ़ रही थी लेकिन सस्ती कारें मिलना काफी मुश्किल था।
9 अप्रैल 1983 को मारुती सुजुकी कंपनी ने एक लॉन्चिंग रखी इसमें उन्होंने प्री बुकिंग करवाई और जिस गाडी की उन्होंने प्री बुकिंग करवाई वह गाड़ी थी मारुती 800 आज भी लोगों के दिलों में राज करने वाली यह गाड़ी उस समय सबसे ज्यादा बुक होने वाली गाड़ी थी। उस समय करीब डेढ़ लाख ऑर्डर कंपनी को मिल गए थे।
मारुती 800 का पहला ग्राहक या खरीदार
अगर हम बात करें की इस गाड़ी को सबसे पहले भारत में किसने खरीदा तो एरलाईन्स में काम करने वाले हरपाल सिंह को गाड़ी की पहली डिलवरी दी गई थी। आपको जानकर हर्ष होगा की उस समय इस गाड़ी की चाबी देने के लिए इंदिरा गांधी को बुलाया गया था। चूँकि मारुती और सुजुकी दोनों अलग-अलग कंपनियां मिलकर भारत में अपना कारोबार बढ़ा रही थी और इंदिरा गांधी जी ने इन्हें काफी सपोर्ट किया था।
हरपाल सिंह रातो-रात पोपुलर हो गये
उस समय हरपाल सिंह ने 52000 रूपए में मारुती 800 खरीदी थी दिल्ली के रहने वाले हरपाल सिंह ने कभी सोचा भी नहीं था की उनकी गाड़ी का सपना इस तरह पूरा होगा और जब सपना पूरा हुआ तो पुरे देश में हरपाल का नाम पोपुलर हो गया।
हरपाल 2010 तक जीवित रहे और उन्होंने 1983 के बाद अपनी गाड़ी नहीं बदली वह जब तक जीवित थे तब तक मारुती 800 ही चलाते थे लेकिन 2010 में हरपाल इस दुनिया को अलविदा कह गये।
गाड़ी की फोटो हुई वायरल
2010 के बाद हरपाल की गाडी उसके घर के सामने खड़ी रही और जंग लगने लगा लेकिन अचानक किसी ने फोटो वायरल करी और लोगों ने उसे खरीदने की बात कही कुछ लोगों ने इस गाड़ी के रेट काफी लगाये। परिवार के लोगों ने गाड़ी को मारुती गैराज भेजा और एक बार फिर इसे अच्छी लुक में बनाया।
आज गाड़ी काफी खुबसुरत है और हरपाल की फैमिली के पास है बहुत से लोगों ने इस गाड़ी के रेट काफी ज्यादा लगाये थे लेकिन किसी को भी यह गाड़ी नहीं मिल पाई। आपको यह जानकारी कैसी लगी हमें जरुर बताएं और जानकारी को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि अन्य लोग भी यह पढ़ पाए।