कर्नाटक के उडुपी जिले के
पीयू कॉलेज से शुरू हुए बुर्का विवाद के बीच अब ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगाकर सोशल मीडिया पर फेमस हुई मुस्लिम युवती मुस्कान खान की असदुद्दीन ओवैसी समेत कई पार्टियों ने उसका समर्थन करते हुए उसे ‘बहादुर’ घोषित कर दिया.सोशल मीडिया पर तो कट्टरपंथियों ने उस हाथों हाथ लिया.जमकर उसकी तारीफों के पुल बाँधे जा रहे हैं.इस बीच एक खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है कि बॉलीवुड एक्टर सलमान खान और आमिर खान ने इस लड़की की बहादुरी को सलाम करते हुए उसे 5 रुपए दिए हैं.
अफवाह ऐसी है कि कहा जा रहा है कि
मुस्कान खान को 3 करोड़ रुपए सलमान और आमिर खान मिलकर दिए हैं,जबकि 2 करोड़ रुपए तुर्की की सरकार उसे देगी.ट्विटर पर जाहिद (@Xahidpk) नाम के ट्विटर यूजर ने दावा किया कि सलमान खान ने हिजाब गर्ल मुस्कान खान को 3 करोड़ रुपए दिए है.
इसी तरह का दावा एक अन्य
यूजर निजाम खान ने भी किया.जिसमें इस बात का दावा किया गया है कि सलमान खान ने मुस्कान खान को पाँच करोड़ रुपए दिए हैं.यूजर ने एक ‘कहानी सेंटर’ नाम के यूट्यूब चैनल का लिंक भी शेयर किया,
जिसमें इसी तरह के दावे किए गए थे
इसके वीडियो को देखने पर पता चलता है कि ये किसी मुस्लिम व्यक्ति का चैनल हो सकता है.इसके 7 लाख से अधिक सबस्क्राइबर भी हैं.वीडियो पर इस्लामवादियों ने कमेंट करल मुस्कान खान का समर्थन किया है.
हालाँकि, सच ये नहीं है
अल्लाह हू अकबर के नारे लगाने वाली लड़की मुस्कान खान को सलमान खान या तुर्की की सरकार ने कोई पैसा नही दिया है.‘फैक्टली’ ने अपनी रिसर्च में इसे ‘फेक’ करार दिया है.
हिजाब नकाब से काफी अलग होता है
हिजाब का मतलब पर्दे से है.बताया जाता है कि कुरान में पर्दे का मतलब किसी कपड़े के पर्दे से नहीं बल्कि पुरुषों और महिलाओं के बीच के पर्दे से है.वहीं, हिजाब में बालों को पूरी तरह से ढकना होता है यानी हिजाब का मतलब सिर ढकने से है.हिजाब में महिलाएं सिर्फ बालों को ही ढकती हैं.किसी भी कपड़े से महिलाओं का सिर और गर्दन ढके होना ही असल में हिजाब कहा जाता है, लेकिन महिला का चेहरा दिखता रहता है.
फिर क्या होता है बुर्का और नकाब?
बुर्का- बुर्का एक चोले की तरह होता है,जिसमें महिलाओं का शरीर पूरी तरह से ढका होता है.इसमें सिर से लेकर पांव तक पूरा शरीर ढकने का साथ आंखों पर एक पर्दा किया जा सकता है.इसके लिए आंखों के सामने एक जालीदार कपड़ा लगा होता है,जिससे कि महिला बाहर का देख सके.इसमें महिला के शरीर का कोई भी अंग दिखाई नहीं देता.कई देशों में इसे अबाया भी कहा जाता है.
नकाब- नकाब एक तरह से
कपड़े का परदा होता है, जो सिर और चेहरे पर लगा होता है. इसमें महिला का चेहरा भी नज़र नहीं आता है.लेकिन, नकाब में आंखें कवर नहीं होती हैं.हालांकि,चेहरे पर यह बंधा होता है.
दुपट्टा- दुपट्टा काफी आम परिधान है
यह एक तरह से लंबा स्कार्फ होता है, जिससे सिर ढका होता है और यह कंधे पर रहता है.यह महिला की ड्रेस से मैचिंग का भी हो सकता है.साउथ एशिया में इसका इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है और इसे शरीर पर इसे ढिले-ढाले तरीके से ओढ़ा जाता है.यह हिजाब की तरह नहीं बांधा जाता है.
अल-अमीरा- रिपोर्ट्स के अनुसार, यह दो कपड़ों का सेट होता है.एक कपड़े को टोपी की तरह सिर पर पहना जाता है.दूसरा कपड़ा थोड़ा बड़ा होता है जिसे सिर पर लपेटकर सीने पर ओढ़ा जाता है.
क्या है पूरा विवाद?
कर्नाटक में हिजाब का विवाद दिसंबर 2021 में एक कॉलेज से शुरू हुआ था,जब एक कॉलेज में क्लास के भीतर हिजाब पहनने के लिए मना कर दिया था.इस पर 8 मुस्लिम छात्राओं ने विरोध किया और कहा कि कॉलेज उन्हें हिजाब पहनने से नहीं रोक सकता क्योंकि ये उनकी धार्मिक स्वतंत्रता है.इसके बाद हिजाब के विरोध में कुछ बच्चों ने भगवा गमछे या शॉल पहनने शुरू कर दिए,
और इनके साथ बाहर से आये हुवे
असमाजिक तत्वों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया.जिससे विवाद और बढ़ गया.इसके बाद यह विवाद कई अन्य कॉलेजों में शुरू हो गया. हाल ही में कुछ कॉलेज ने छुट्टी करके इसका हल निकाला तो एक कॉलेज में हिजाब पहनी लड़कियों को अलग बैठा दिया गया.वहीं, इस मामले को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन भी जारी है.जबकि इस बात की पुष्टि कॉलेज के छात्रों ने भी की है की उनके साथ और कौन लोग थे उन्हें नहीं पता,उन लोगो को पहले कभी नहीं देखा गया.